
अंबेडकरनगर । जिला मुख्यालय से करीब 25 किमी दूरी पर स्थित जलालपुर को तहसील और विधानसभा क्षेत्र होने का दर्जा प्राप्त है। यहां बड़ी तादाद में बुनकरी का काम होता है। यहां तैयार होने वाला गमछा देश ही नहीं विदेश में भी भेजा जाता है।
रोजगार और व्यापार के सिलसिले में यहां से प्रतिदिन हजारों लोग सुल्तानपुर, लखनऊ, संतकबीरनगर, अयोध्या, गोरखपुर समेत अन्य जनपदों का सफर तय करते हैं, लेकिन रोडवेज बस अड्डा न संचालित होने के कारण परिवहन सेवाएं सिर्फ निजी बसों और डग्गामार वाहनों के सहारे हैं।
नीय लोगों ने कई बार जनप्रतिनिधियों और अधिकारियों से बस अड्डा संचालित करने की मांग की, लेकिन यह कवायद सिर्फ कागजों पर ही सिमट कर रह गई है। इसका फायदा उठाकर निजी बस संचालक मनमानी पर उतारू हैं। आए दिन मारपीट होती रहती है, जिसका असर यात्रियों पर भी पड़ता है।
निजी वाहन ही सहारा
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बस अड्डे की मांग करते हुए कई बार उच्चाधिकारियों को पत्र लिखा गया है, मगर अभी तक स्थायी व्यवस्था न होने के कारण यहां के आम नागरिकों और व्यापारियों को प्राइवेट वाहनों का सहारा लेना पड़ रहा है। – आनंद जायसवाल, जिलाध्यक्ष, जिला उद्योग व्यापार प्रतिनिधि मंडल
मनमानी करते हैं निजी बस संचालक
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प्राइवेट बसों की मनमानी से आए दिन लोग परेशान होते हैं। मानक के मुकाबले प्राइवेट बसों में किराये को वसूलने के लिए भूसे की तरह लोगों को भर जाता है। सरकारी बसें चलने लगे तो काफी फायदा होगा।
– मोहन जायसवाल, व्यापारी
बुनकरों को मिले सस्ती परिवहन सुविधा
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जलालपुर में 20 हजार से अधिक पाॅवरलूम हैं। जलालपुर का बना गमछा की मांग भारत के अलावा विदेशों में रहती है। बस स्टॉप बन जाए तो बुनकरों को सस्ता सफर मिल सकेगा।
– नदीम अंसारी, अध्यक्ष ऑल इंडिया बुनकर फेडरेशन
कई बार लगाई गुहार
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रोडवेज के संचालित होने से जलालपुर वासियों को फायदा मिलेगा। कई बार जिलाधिकारी, एमएलसी और परिवहन मंत्री को पत्राचार किया जा चुका है।
– संदीप अग्रहरि नगर अध्यक्ष, भाजपा
वर्जन
जलालपुर में बस स्टैंड के लिए परिवहन मंत्री को प्रस्ताव भेजा था और उन्होंने आश्वासन भी दिया है। जल्द ही इस समस्या का निदान कर लिया जाएगा।
– डॉ. हरिओम पांडेय एमएलसी